संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में विपक्षी सांसद गृह मंत्री के बयान और आरोपियों के पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं। हंगामा करने और चेयर का अपमान करने के आरोप में अब तक विपक्ष के 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है। इससे पहले राज्यसभा से टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सस्पेंड किया गया था।
संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में विपक्षी सांसद गृह मंत्री के बयान और आरोपियों के पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं। हंगामा करने और चेयर का अपमान करने के आरोप में अब तक विपक्ष के 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है। इससे पहले राज्यसभा से टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सस्पेंड किया गया था।
जिन कांग्रेस सांसदों को लोकसभा से सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी इडेन, एस जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस का नाम शामिल है। इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान भर्तृहरि महताब ने पारित किया। इन सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया गया है। इस दौरान विपक्ष के सांसद लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए देखे गए।
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में टीएमसी ने कहा कि जवाबदेही से बचना बीजेपी का सबसे मजबूत पक्ष है।
संसद की इस घटना को लेकर गुरुवार को INDIA गठबंधन के दलों की बैठक भी हुई थी, जिसमें उन्होंने मांग की है-
1। कल संसद में हुई बेहद गंभीर और खतरनाक सुरक्षा चूक पर दोनों सदनों में गृह मंत्री विस्तृत बयान दें और उसके बाद इसपर चर्चा हो।
2। घुसपैठ करने वालों को विजिटर पास दिलवाने वाले BJP सांसद प्रताप सिम्हा के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई हो।
मोदी सरकार द्वारा इन पूरी तरह से वैध और उचित मांगों को मानने से इंकार करने के कारण आज सुबह लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित हो गई।